बाल कलाकार बाला ने अभिनय एवं भजनों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया

बाल कलाकार बाला का किया सम्मान
देवास। बचपन से मिले संस्कार पर ही भविष्य की श्रेष्ठता निर्भर है। प्रतिभा हर बच्चों में है किंतु विलक्षणता का होना वातावरण पर निर्भर करता है। हाल ही में चैत्र नवरात्रि पर देवास में कैला देवी मंदिर में रासाचार्या बृज रत्न वंदनाश्री द्वारा की जा रही लीला मय श्रीमद् भागवत कथा दौरान 9 वर्षीय बाल कलाकार अथर्व कृष्ण बाला की कृष्ण भक्ति अभिनय अभिव्यक्ति ओर भजनों की गायकी ने आयोजक एवं श्रोताओं को अभिभूत कर दिया। कथा प्रारंभ होने के पूर्व प्रतिदिन अथर्व कृष्ण बाला जब संगीत वाद्य कलाकारों के साथ जब अपनी मधुर आवाज के साथ सुर से सुर मिला कर भजनों की प्रस्तुति देने लगता तो श्रोता उसकी आवाज सुनकर कथा पंडाल की ओर खींचे चले आते थे। खास कर जब वो भजन-तेरी बिगड़ी बना देगी चरण रज श्यामा प्यारी की … , राधे को नाम अनमोल बोलो राधे राधे.. इन भजनों को सुन कर श्रोता बाला की आवाज और उसकी गायकी की भाव मुद्रा में खो जाते थे ।इतने छोटी उम्र में सुरों को साध कर गाना उसकी इस प्रतिभा को देख कर संगत दे रहे वादक अचंभित होकर उसकी गायकी को दाद देने लगते थे । वन्दनाश्री के कृपा पात्र शिष्य की बाल चेष्टा भी सामान्य बालक बालक से परे नजर आती है । उसकी नियमित दिन चर्या में योग, संध्या अध्यात्म अध्ययन ,आचरण एवं गायन साधना और श्री कृष्ण की लीला का अभिनय अभ्यास देख कर प्रत्यक्ष दर्शी से यही सुना है कि बालक हो तो ऐसा हो यही सनातन की नींव है। अथर्व कृष्ण बालक ने जहां अपनी मधुर आवाज से श्रोताओं के दिलों में स्थान बनाया वही भागवत मंच पर श्री कृष्ण की बाल लीला में माखन चोर कन्हैया की भूमिका का अभिनय कर कथा श्रवण कर रही सैकड़ों माता बहनों के हृदय को वात्सल्य से भर दिया । बाला की उस सुंदर छवि को देखने के लिए आए अनेक बालक बालिकाओं का उत्साह यह दर्शा रहा था कि श्रव्य के साथ दृश्य का आकर्षण कला की साधना पर निर्भर है और यह इस बाल कलाकार अथर्व कृष्ण बाला ने कर दिखाया। बाला की गायकी और अभिनय कला को श्रोताओं के साथ कथा श्रवण करने आए लखनव से अखिल भारतीय स्तर के राष्ट्रीय कवि वेदव्रत वाजपेई, राजस्थान के कवि सत्येंद्र यादवेंद्र, राष्ट्रीय कवि देवकृष्ण व्यास, भाजपा के जिला अध्यक्ष एवं समिति संयोजक रायसिंह सेंधव, आयोजक मन्नूलाल जी गर्ग ,दीपक गर्ग पत्रकार चेतन उपाध्याय रमन शर्मा सहित प्रबुद्ध जनों ने सराहते हुए बाला की प्रशंसा कर सम्मान किया।