
कोडिंग के क्षेत्र में मिलने वाली जॉब और स्वरोजगार के संबंध में दी जानकारी
देवास कोडिंग फॉर एवरीवन’’ कार्यक्रम अंतर्गत कलेक्टर ऋषव गुप्ता एवं प्रोग्राम हेड दिल्ली राकेश सहगल ने देवास की स्कूलों में जाकर छात्राओं से कोडिंग फॉर एवरीवन से संबंधित जानकारी ली। कलेक्टर गुप्ता ने कोडिंग एवं कक्षा अध्यापन के संबंध में विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया एवं माह दिसम्बर अंत तक विद्यार्थियों को कोडिंग के 50 लेवल पूर्ण करने के लिए लक्ष्य दिया। राकेश सहगल द्वारा सभी विद्यार्थियों से विस्तृत रूप से कोडिंग में आने वाल समस्याओं एवं उनके समाधान के लिए चर्चा की गई एवं विद्यार्थियों को कोडिंग के क्षेत्र में मिलने वाली जॉब और स्वरोजगार के संबंध में जानकारी दी गई एवं विभिन्न उदाहरण देकर विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया।
‘’कोडिंग फॉर एवरीवन’’ कार्यक्रम अंतर्गत शासकीय कन्या उ.मा.वि. चिमनाबाई में कक्षा 9वीं से 12वीं तक की छात्राओं से कोडिंग फॉर एवरीवन से संबंधित जानकारी प्राप्त की। यहां पर 157 छात्राएं कोडिंग पर कार्य कर रही है, जिसमें से 40 लेवल पूर्ण करने वाली 50 छात्राएं तथा 50 लेवल पार करने वाली 03 छात्राएं है। छात्रा रेखा योगी एवं लिमरा शेख द्वारा एच.टी.एम.एल. एवं प्रोग्रामिंग के संबंध में जानकारी दी।
शासकीय उ.मा.वि. क्रमांक-1 के छात्रों से कोडिंग फॉर एवरीवन विषय पर चर्चा की गई, यहां पर 82 बच्चें कोडिंग पर कार्य कर रहे है, जिसमें से 40 लेवल पूर्ण करने वाले 01 छात्र है। छात्रों द्वारा कोडिंग के संबंध में आने वाली समस्याओं के बारे में अवगत कराया गया। इसी प्रकार शासकीय कन्या उ.मा.वि. राधाबाई की छात्राओं से इस संबंध में चर्चा की गई। यहां पर 62 छात्राएं कोडिंग पर कार्य कर रही है, जिसमें से 40 लेवल पूर्ण करने वाली 07 एवं 50 लेवल पूर्ण करने वाली 01 छात्रा है।