ई-केवायसी कार्य में प्रगति नहीं होने पर उपायुक्त नगर निगम जाकिर जाफरी को शोकाज नोटिस

सीएम हेल्पलाइन में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने पर होगी कार्रवाई
जिले में नर्मदा परिक्रमा पथ के समग्र विकास के लिए कार्य योजना बनाये कलेक्टर सिंह
कलेक्टर ऋतुराज सिंह की अध्यक्षता में समय-सीमा संबंधी बैठक आयोजित
देवास,कलेक्टर ऋतुराज सिंह की अध्यक्षता में समय-सीमा संबंधी लंबित पत्रों के निराकरण की प्रगति तथा अंतरविभागीय समन्वय से संबंधित मामलों की समीक्षा बैठक कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में संपन्न हुई। बैठक में सीईओ जिला पंचायत ज्योति शर्मा, अपर कलेक्टर बिहारी सिंह, एसडीएम टोंकखुर्द कन्हैयालाल तिलवारी, डिप्टी कलेक्टर अभिषेक शर्मा, डिप्टी कलेक्टर संजीव सक्सेना सहित अन्य विभागों के जिला अधिकारीगण उपस्थित थे। समय-सीमा बैठक में विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी वर्चुअल शामिल हुए।
बैठक में कलेक्टर ऋतुराज सिंह ने जिले में किये जा रहे ई-केवायसी कार्य की समीक्षा की। सबसे ज्यादा ई-केवायसी नगर निगम देवास में लम्बित होने एवं ई-केवायसी कार्य में प्रगति नहीं होने कलेक्टर सिंह ने उपायुक्त नगर निगम जाकिर जाफरी को शोकाज नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि शोकाज नोटिस की प्रतिलिपि कमिश्नर और पीएस नगरीय निकाय को भी दें। कलेक्टर सिंह ने नगर निगम में ई-केवायसी कार्य में प्रगति नहीं होने पर नगर निगम कमिश्नर को भी डीओ लेटर लिखने के निर्देश दिये।



कलेक्टर सिंह ने सीएम हेल्पलाइन में जिले की अच्छी रैंकिंग नहीं होने पर सभी जिला अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि जिला अधिकारी सीएम हेल्पलाइन पर लम्बित शिकायतों को निराकरण प्राथमिकता से करें। सीएम हेल्पलाइन में इस माह अच्छी रेंकिंग नहीं होने पर संबंधित अधिकारियों पर कार्यवाही की जायेगी। बैठक में बताया गया कि सहकारिता, कृषि, स्वास्थ्य, राजस्व पीडब्ल्यूडी, नगर निगम द्वारा शिकायतों का निराकरण नहीं करने पर जिले की रेंकिंग अच्छी नहीं आई है। कलेक्टर सिंह ने निर्देश दिये कि नगर निगम कमिश्नर सीएम हेल्पलाइन में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने वालों अधिकारी/कर्मचारियों पर कार्रवाई करें। कलेक्टर सिंह कहा कि सड़कों पर गाये बैठ रही है। नगर निगम सड़कों पर गायों को नहीं बैठने दें।
कलेक्टर सिंह ने निर्देश दिये कि सभी एसडीएम अपने-अपने अनुभव में राजस्व विभाग की शिकायतों की मॉनिटरिंग करें। काई भी शिकायत नॉन अटेंडेंट नहीं रहनी चाहिए। प्राथमिकता से सभी लम्बित शिकायतों का निराकरण करें। कलेक्टर सिंह ने सीएम मॉनिट, सीएम हाउस, न्यायालय में लम्बित प्रकरणों और टीएल प्रकरणों की समीक्षा कर समय-सीमा में प्रकरणों का निराकरण के निर्देश दिए।
कलेक्टर सिंह ने जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत किये जा रहे कार्यो की समीक्षा कर अभियान के तहत नगर निगम, नगर परिषदों एवं पंचायतों में किये गये अच्छे कार्यों का प्रजेंटेशन बनाने के निर्देश दिये। कलेक्टर सिंह ने कहा कि धरती आबा अभियान के तहत शिविरों का आयोजन कर 18 विभागों की योजनाओं का लाभ दें और जानकारी पोर्टल पर भी अपलोड करें।
कलेक्टर सिंह ने जिले में लम्बित भूमि आवंटनप्रकरणों की समीक्षा कर शीघ्र भूमि आवंटनकी कार्यवाही के निर्देश दिये। कलेक्टर सिंह ने कहा कि नगर परिषदों में मुख्य सड़कों से कचरा उठाने के लिए सुबह-शाम गाडिया चलाये। स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण) की समीक्षा कर ठोस अपशिष्ट एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के निर्देश दिये। कलेक्टर सिंह ने सीईओ जनपद को निर्देश दिये कि पंचायतों में कचरा कलेक्शन का कार्य होना चाहिए, सीईओ कचरा कलेक्शन कार्य की मॉनिटरिंग करें।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि जिले में नर्मदा परिक्रमा पथ के समग्र विकास के लिए कार्य योजना बनाये। सतवास, खातेगांव और उदयनगर में जहां-जहां पर परिक्रमावासी रूकते है, उसके पास तहसीलदार जगह का चिन्हांकन करें और अच्छा आश्रम बनाये। कलेक्टर सिंह ने कहा कि बरसात के मौसम में निर्माण कार्य करने वाले विभाग सर्तक रहें। सड़कों पर गड्ढे भरने का कार्य शीघ्र कर लें।
कलेक्टर सिंह ने आयुष्मान भारत अभियान की समीक्षा कर निर्देश दिय कि जिले में 70 प्लस आयु के नागरिकों के आयुष्मान कार्ड बनाने की गति बहुत धीमी है। अभियान में हर ब्लॉक में जिला अधिकारियों को नियुक्त करें जो हर 15 दिन में मीटिंग लेंगे और अपने क्षेत्र में अभियान की मॉनिटरिंग करेंगे।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत नागरिकों की स्क्रीनिंग करें और निक्षय पोर्टल पर एंट्री भी करें। टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत निक्षय मित्र बनाये। जिले में प्रत्येक विभाग कम से कम 20 मरिजों को गोद लें और छ: माह तक फूड बास्केट दें। नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम और मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना का लाभ अधिक से अधिक युवाओं को दें। कलेक्टर सिंह ने समाधान ऑनलाइन शिकायतों की समीक्षा कर निर्देश दिए कि 100 दिवस से अधिक समय से लम्बित की शिकायतों का निराकरण प्राथमिकता से करें। टीएल बैठक के दौरान जिले में मलेरिया की रोकथाम के लिए सभी विभागों को अपने-अपने दायित्व बताये।