मेरे लिए बड़े ही गर्व और खुशी की बात हैं कि मैं गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में शामिल होने के लिए नई दिल्ली जा रही हूं श्रीमती कोमल मीणा

स्व सहायता समूह से जुड़ने के पश्चात हम महिलाओं के जीवन में आए उल्लेखनीय बदलाव
हमें आत्मनिर्भर एवं गौरावंवित करने के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ. यादव का हृदय से आभार/धन्यवाद
देवास 23 जनवरी 2025/ राष्ट्रीय आजीविका मिशन के स्व सहायता समूह से जुड़ने के पश्चात हम महिलाओं के जीवन में उल्लेखनीय बदलाव आए हैं। केंद्र एवं राज्य शासन की इस महत्ती योजनाओं हम सभी महिलाएं आत्मनिर्भर तो बनीं ही हैं साथ ही आज हमें गर्व की अनुभूति हो रही है कि हम 26 जनवरी 2025 को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में अतिथि के रूप में शामिल होने जा रही है। यह सब स्व सहायता समूह से जुड़ने के पश्चात ही हो पाया है। उक्त बातें देवास जिले के कन्नौद विकासखंड के ग्राम देवसिरालिया की श्रीमती कोमल मीणा ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को धन्यवाद देते हुए कही।
स्वसहायता समूह की श्रीमती कोमल मीणा ने बताया कि मां शारदा आजीविका स्व सहायता समूह से जुड़ी है। जिसका सीएलएफ सरस्वती आजीविका संकुल संगठन है। वे बताती हैं कि समूह से जुड़ने से पूर्व घर के ही कार्य एवं खेती के कार्य ही करती थी। उनका जीवन सामान्य घरेलू महिला की तरह चल रहा था। मेरी कोई अतिरिक्त आमदानी नहीं थी। इसी बीच मुझे स्व सहायता के अधिकारियों ने समूह से जुड़ने के फायदों के बारे में बताया कि इसके पश्चात वे समूह से जुड़ी। वे वर्ष 2017 में समूह में जुड़ी। उसके बाद प्रति सप्ताह 20-20 रूपये की बचत करने लगी। उन्हें समूह की बैठक लिखने का प्रशिक्षण दिया गया। आजीविका मिशन की मदद से आज हम बहुत खुशहाल जीवन जी रहे हैं। वे बताती है कि उनकी जिदंगी बहुत दुखभरी थी लेकिन समूह से जुड़ने के बाद वे इतनी जल्दी आगे बढ़ जाएगी कभी नहीं सोचा था।
शासन की योजनाओं का मिल रहा है लाभ
श्रीमती कोमल मीणा ने बताया कि उन्हें शासन की योजनाओं का लाभ मिल रहा है। जिनमें उन्हें लाड़ली बहना योजना से प्रतिमाह 1250 रूपए प्राप्त हो रहे हैं। किसान सम्मान निधि की राशि उनके पति को प्राप्त हो रही हैं। आजीविका मिशन से उन्हें राशन की दुकान का कार्य भी मिल गया। जिसमें वे सैल्समेन का कार्य भी मिला, जिससे प्रतिमाह 8400 रूपये मिल रहे हैं।
आजीविका गतिविधियों से मासिक आय
श्रीमती कोमल मीणा ने बताया कि समूह से 50 हजार रूपये का ऋण लेकर भैंस खरीदी और साथ में मावा बनाने का कार्य प्रांरभ किया जिससे 12 हजार रूपये आमदानी प्राप्त होने लगी। फिर उन्होंने घर वालों के साथ मिलकर अनाज खरीदी विक्रय का व्यापार करने लगी। आजीविका मिशन से उन्हें 12वीं शिक्षा और सक्रियता के आधार पर बैंक सखी प्रशिक्षण दिलवाया और फिर उन्हें बीओआई की आईडी मिल गई। जिससे में बैंक सखी का भी कार्य करने लगी। जिससे 2500 रूपये की आमदानी होने लगी। गणवेश सिलाई का कार्य भी हमारे समूह सदस्यों द्वारा किया गया। जिससे भी उन्हें 25 हजार रूपये की आमदानी प्राप्त हुई। वर्ष 2020-21 में मेरे ग्राम संगठन को गेहॅू उपार्जन का कार्य भी मिला जिससे भी 50 हजार से 55 हजार की आमदानी हुई। साथ ही मेरे घर पशुधन भी हैं, उनको भी क्रय-विक्रय, कृषि कार्य करती है। इसप्रकार सभी कार्यो को मिलाकर उनकी आय 50 हजार रूपये की होने लगी।