आजाद भारत की सबसे पहली आदिवासी कोच बनी रोहिणी कलम

समाजजनों ने जुलूस निकालकर बधाई प्रेषित की
देवास। देवास जिले की निवासी अंतरराष्ट्रीय जु जित्सू खिलाड़ी रोहिणी कलम को एशियाई ओलंपिक परिषद, जु जित्सू एशियाई संघ एवं जु जित्सू एसोशिएशन आफ इंडिया द्वारा देश की पहली महिला जु जित्सू कोच की उपाधि दी गई है। रोहिणी की इस शानदार उपलब्धि पर सर्व आदिवासी समाज देवास द्वारा भोपाल चौराहा से उनके निवास स्थान चामुंडापुरी तक जुलूस निकाला गया।घर पहुंच कर समाजजनों ने उन्हें बधाई प्रेषित की। राकेश देवडे बिरसावादी ने कहा आदिवासी समाज का गौरव रोहिणी ने माता-पिता,समाज, मध्य प्रदेश एवं संपूर्ण राष्ट्र का नाम रोशन किया है।राष्ट्र के विकास में देश की बेटियों का अहम योगदान है। न केवल शिक्षा एवं शोध के मामले में बल्कि सभी क्षेत्रों में भारतीय बेटियां अपनी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रही हैं। मध्य प्रदेश जू-जित्सू संघ के अध्यक्ष विजेंद्र खरसोदिया ने बताया कि एशियाई ओलंपिक परिषद जू-जित्सू एशियाई संघ के साथ मिलकर पहली बार अपने महाद्वीपीय सदस्य देशों के लिए जू-जित्सू विकास संगोष्ठी और प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया जहां 37 से अधिक देशों के 132 कोच एवं रेफरी ने इस आयोजन में हिस्सा लिया जो 10 से 16 दिसंबर 2024 तक अबू धाबी में आयोजित किया गया था। इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी मोहनलाल रावत,वीर रेंगा कोरकू समाज सेवा समिति देवास के उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह कर्मा ,कोषाध्यक्ष कृष्णा कछवाय, सचिव नितेश नागलोथ, सहसचिव सत्यनारायण देवड़ा, सह कोषाध्यक्ष रोशनी कर्मा, सदस्य हितेंद्र सिंह कछवाय, सदस्य जितेंद्र सिंह कर्मा एवं समाज के वरिष्ठ समाजसेवी गंगाधर कलम , कमलसिंह काकडि़या विजय सिंह कलम मोहन सिंह कर्मा, मनोहर सिंह कछवाये, मनोहरसिंह राठौर आदि समस्त सम्माननीय समाजजन उपस्थित थे ।