देवास

कलेक्‍टर  ऋतुराज सिंह ने देवास जिले को कुपोषण मुक्‍त बनाने के लिए किलकारी पोषण अभियान का किया शुभारंभ



किलकारी अभियान कुपोषण से लडने के लिए एक अनुठी पहल – कलेक्‍टर  ऋतुराज सिंह
     देवास 30 मई 2025/ जिले में बच्चों और माताओं के पोषण स्तर को बेहतर बनाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन देवास की पहल पर “किलकारी” पोषण अभियान की शुरुआत अमलतास अस्पताल में की गई। इस अभियान के अंतर्गत “पोषण पुनर्वास केंद्र” (Nutrition Rehabilitation Center) का शुभारंभ कलेक्टर ऋतुराज सिंह द्वारा किया गया। कलेक्टर  ऋतुराज सिंह ने पोषण पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण भी किया।

     कलेक्‍टर  ऋतुराज सिंह ने किलकारी अभियान का शुभारम्‍भ करते हुए कहा कि यह अभियान बच्‍चों में कुपोषण खत्‍म करने के लिए चलाया जा रहा है। किलकारी अभियान कुपोषण से लड़ने के लिए एक अनुठी पहल है। अभियान देवास ही नहीं बल्कि प्रदेश और देश में अपनी पहचान छोडेगा कि इस प्रकार भी हम कुपोषण से लड़ सकते है। किलकारी अभियान कुपोषण के खिलाफ एक लड़ाई है, जिससे हम जिले से कुपोषण को खत्‍म करेंगे। हमारा प्रयास है कि हम आगामी छ: माह में कुपोषण से ग्रसित बच्‍चों को पोष्टिक आहार एवं उनकी माताओं को पोष्टिक आहार के संबंध में जानकारी देंगे। जिससे वे अपने बच्‍चों को कुपोषण से बचा सकते है।

     कलेक्‍टर सिंह ने कहा कि ऐसे रोग जिनका पर्याप्‍त ईलाज नहीं हो पा रहा है, इस अभियान के माध्‍यम से उनका ईलाज भी करायेंगे। इस अभियान के माध्‍यम से हम बच्‍चों को स्‍वस्‍थ्‍य और तंदरूत करना चाहते है। इस अभियान का नाम किलकारी इसलिए रखा गया है ताकि जब बच्‍चें यहां से जाये तो अपने चहरे पर मुस्‍कान और माताओं के मन में सं‍तुष्‍टी का भाव रहे की हमारा बच्‍चा यहां से स्‍वस्‍थ होकर लोट रहा है। 
     कलेक्टर सिंह ने कहा कि “बच्चों का पोषण हमारे देश का भविष्य तय करता है। ‘किलकारी’ अभियान हर बच्चे की मुस्कान और अच्छे स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा कदम है।” जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास विभाग तथा अमलतास अस्पताल की संयुक्त पहल से यह कार्यक्रम जिले में कुपोषण के खिलाफ लड़ाई का एक मजबूत मंच बनेगा।
     इस अवसर पर ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों की आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई और अपने-अपने क्षेत्रों से बच्चों व माताओं को अस्पताल लाकर पोषण जांच एवं परामर्श की सुविधा दिलाई। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कमजोर व कुपोषित बच्चों की पहचान कर उन्हें बेहतर आहार एवं चिकित्सकीय देखरेख प्रदान करना है।

     कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ  ज्योति शर्मा, सीएमएचओ डॉ. सरोजनी जेम्स बैक, महिला बाल विकास अधिकारी  रेलम बघेल, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ.ए. के पीठवा, निदेशक डॉ. प्रशांत, अमलतास अस्पताल के चेयरमैन मयंकराज सिंह भदौरिया सहित अन्‍य संबंधित उपस्थित थे।

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