कालीसिंध नदी में जेसीबी मशीन लगाकर निकाली जा रही रेत

कालीसिंध नदी में जेसीबी मशीन लगाकर निकाली जा रही रेत
ग्रामीणों ने एसडीएम को शिकायत की
कार्यवाही करने पहुंचे तहसीलदार को कुछ नहीं मिला
3500 से लेकर 4000 रुपए प्रति टाली रेत बिक रही
सोनकच्छ… पुरे देवास जिले में अवैध खनन पर पुर्ण प्रतिबंध लगा हुआ है उसके बाद भी अवैध खनन करने वाले बगैर डरें बेधड़क स्थानीय कालीसिंध नदी किनारे पर बड़ी बड़ी जेसीबी मशीन लगा कर रेत निकाल रहे हैं और लाखों रुपए के वारे-न्यारे कर सरकार को लाखों रुपए के राजस्व का चुना लगा रहे और नदी के किनारों को भी खत्म कर रहे हैं। क्षेत्र के ग्राम रोशनाबाद के जागरूक ग्रामीणों द्वारा शुक्रवार को अनुविभागीय अधिकारी प्रियंका मिमरोट को स्थानीय कालीसिंध नदी किनारे से जेसीबी मशीन से अवैध रूप से रेत का खनन करने की जानकारी दी जिस पर अनुविभागीय अधिकारी द्वारा तहसीलदार संजय गर्ग को मय दल बल के वहां पर पहुंचे लेकिन उन्हें वहां पर कुछ भी नहीं मिला। तहसीलदार सुचना मिलने के काफी देर बाद वहां पहुंचे थे और इस बीच किसी ने रेत खनन करने वालों को सूचना दे दी और वह मशीन, ट्रेक्टर ट्राली ले कर इधर उधर हो गए और जब तहसीलदार पहुंचे तो उन्हें वहां सिर्फ मशीन के निशान मिले। तहसीलदार गर्ग ने बताया कि उन्हें रोशनाबाद के अलावा जलेरीया गांव में नदी से रेत निकालने की सूचना मिलीं थीं लेकिन वहां पर से भी रेत निकालने वाले भाग गए। ग्रामीणों ने बताया कि रोजाना बीस से तीस ट्राली रेत यहां से निकालीं जा रही है।
3500 से लेकर 4000 रुपए प्रति ट्राली रेत बिक रही…. क्षेत्र में कालीसिंध नदी की काली रेत की काफी मांग है क्योंकि इस नदी की रेत घर निर्माण कार्य में मजबूती देती है इसलिए रेत काफी महंगी बिकती है।
सेकंडों टाली रेत रोजाना निकल रही…. कालीसिंध नदी किनारे बसे जितने भी गांव जैसे रोशनाबाद,जलेरीया, धतुरिया,कोठरा सहित अन्य गांवों से प्रतिदिन सेकंडों टाली रेत मशीन से निकालीं जा रही है।
जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन को इस ओर ध्यान चाहिए।