देवास

स्कूल चलें हम अभियान अंतर्गत कलेक्टर  सिंह ने पीएम शासकीय माध्यमिक विद्यालय अमोना पहुंचकर विद्यार्थियों से की वार्ता



सभी विद्यार्थियों को अपने जीवन में लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए और इसके लिए कठिन परिश्रम करना चाहिए, सफलता कदम चुमेगी -कलेक्टर  सिंह

बच्चों के ज्ञानवर्धक जवाब सुनकर कलेक्टर भी हुए प्रसन्न

     देवास, 02 अप्रैल 2025/  सभी विद्यार्थियों को अपने जीवन में लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए और इसके लिए कठिन परिश्रम करना चाहिए। परिश्रम से कभी भी जी नहीं चुराना चाहिए। आप अगर पूरी ईमानदारी और एकाग्रता से कठिन परिश्रम करेंगे तो निश्चित ही सफलता आपके कदम चुमेगी। उक्त बातें कलेक्टर  ऋतुराज सिंह ने बुधवार को पीएम शासकीय माध्यमिक विद्यालय अमोना में “स्कूल चलें हम अभियान” के अंतर्गत भविष्य से भेंट कार्यक्रम में विद्यार्थियों से वार्ता के दौरान कही। इस दौरान डीपीएस  अजय कुमार मिश्रा, स्कूल के प्राचार्य, बीआरसी  किशोर वर्मा, स्कूल के विद्यार्थीगण तथा अन्य संबंधित उपस्थित थे।
नियमित अभ्यास से हर कार्य आसान हो जाता है
कलेक्टर  सिंह ने बच्चों से कहा कि जीवन में क्या करना है उसका लक्ष्य बनाकर रखें। इसके लिए सभी को बड़ी सोच रखना चाहिए और उसके लिए कठिन परिश्रम करना चाहिए तभी आपको सफलता मिलेगी। परिश्रम से कभी भी जी नहीं चुराए। सभी को जीवन में आगे बढ़ने के लिए बड़ी सोच रखना चाहिए। उन्होंने कहा नियमित अभ्यास से हर कार्य संभव हो जाता है। आप प्रतिदिन 06 घंटे पढ़ाई करेंगे तो आपको विषय का अध्ययन आसान हो जाएगा और आप परीक्षा मंि आसानी से प्रश्नों के उत्तर लिख सकेंगे। अपने दिमाग को क्रिएटिव रखें और अपने मन में जो भी जिज्ञासा और शंका है उनका समाधान अपने शिक्षकों से जरूर कराएं। कलेक्टर  सिंह ने कहा कि पढ़ाई के दौरान अगर कोई संदेह आता है तो अपने शिक्षकों से पूछे। बच्चों को शिक्षकों से सवाल पूछना चाहिए। अपने आसपास जो भी गतिविधियों हो रही है तो मन में जिज्ञासा उत्पन्न होना चाहिए। जिज्ञासा का समाधान अपने टीचर और परिजनों से पूछना चाहिए। सवाल एवं अपने मन की जिज्ञासा पूछने में झिझक नहीं करना चाहिए।
जिज्ञासा के चलते बच्चों ने पूछा सर आप कलेक्टर कैसे बने, कलेक्टर ने बच्चों के प्रश्न का दिया उत्तर
इस दौरान जिज्ञासा के चलते बच्चों ने पूछा कि सर आप कलेक्टर किस प्रकार बने। इस पर कलेक्टर  सिंह ने बच्चों के प्रश्न का जवाब दिया कि आप भी कलेक्टर बन सकते है, लेकिन इसके लिए आपके खूब मेहनत करना पड़ेगी, तभी संभव हो सकेगा। मेहनत पूरी ईमानदार और एकाग्रता के साथ से करना होगी और लक्ष्य निर्धारित करना पड़ेगा कि मुझे आईएएस ही बनना है निश्चत सफल होंगे। उन्होंने बताया कि उच्च शिक्षा के बाद किसी भी प्रतिभागी परीक्षा में बैठ सकते हैं। स्टेट के लिए एमपीपीएससी और इंडिया के लिए यूपीएससी की परीक्षा में भाग ले सकते हैं। आपकी मेहनत और नॉलेज की बदौलत आप किसी भी प्रकार की परीक्षा को क्रेक कर सकते हैं।
कक्षा 10वीं एवं कक्षा 12वीं की परीक्षा अपना भविष्य तय करती है
इस दौरान कलेक्टर सिंह ने विद्यार्थियों से वार्ता करते हुए कहा कि विद्यार्थियों के लिए कक्षा 10वीं एवं कक्षा 12 वीं परीक्षा के बहुत मायने होते हैं। इन परीक्षाओं से आपका भविष्य तय होता है। इन परीक्षाओं के लिए अच्छे से फोकस करना है तथा इनमें अच्छे प्रतिशत से परीक्षा पास करना है। इन परीक्षा से ही आप अपना भविष्य तय कर सकेंगे। इन परीक्षाओं में आपका प्रतिशत अच्छे श्रेणी का होना चाहिए, तभी आप अपने सपने को सार्थक कर सकते हैं। कक्षा 12वीं उच्च श्रेणी से पास करेंगे तो ही आपको अच्छा कॉलेज मिलेगा और अपने सपनों को सार्थक कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि अच्छे कॉलेज में पढ़ाई करने के बाद आपको अच्छे पैकेज की जॉब मिलेगी। बड़ी-बड़ी कंपनियों में आपको कार्य करने का मौका मिलेगा।
कलेक्टर के प्रश्नों का बच्चों ने दिया उत्तर, कलेक्टर हुए प्रसन्न
इस दौरान कलेक्टर  सिंह बच्चों का सामान्य ज्ञान चेक करते हुए अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के संबंध में पूछा कि उन्हें कोन-कौन जानता है। वे कहा गई  थी और उन्होंने क्या किया। जिसका उत्तर बच्चों ने दिया। बच्चों का उत्तर सुनकर कलेक्टर प्रसन्न हुए और उनके सामान्य ज्ञान पर उनकी सराहना की। बच्चों ने बताया कि सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में गई थी और करीब 9 माह अंतरिक्ष में रही तथा हाल ही में लौटी। कलेक्टर  सिंह ने बच्चों से कहा कि प्रतिदिन आपको डीडी न्यूज देखना चाहिए तथा समाचार पत्र को प्रतिदिन पढ़ना, अंग्रेजी न्यूज पेपर भी पढ़ना चाहिए, जिससे आपकी अंग्रेजी और अच्छी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अच्छी अच्छी किताबें पढ़ते रहना चाहिए। समाचार पत्रों के माध्यम देश दुनिया की खबरों से रूबरू होंगे और आपका आत्मविश्वास बढ़ा रहेगा।
कलेक्टर ने बच्चों से पूछा कि आपको कौन सा विषय अच्छा लगता है। बच्चों ने जवाब दिया कि उन्हें गणित विषय अच्छा लगता है। रूचि के चलते भविष्य में कौन, क्या बनना चाहते है। बच्चों ने अपनी रूचि बताते कुछ बच्चों ने कहा कि आपकी तरह कलेक्टर बनाना चाहता हैं। कुछ बच्चों पुलिस एवं आर्मी ऑफिसर बनना बताया। कलेक्टर श्री सिंह ने पूछा डॉक्टर, इंजीनियर कौन-कौन बनना चाहता है।
कलेक्टर  सिंह ने कम्प्यूटर लैब, स्मार्ट क्लास का निरीक्षण किया। इस दौरान बच्चों से पूछा की कि आपको किताबें मिली या नहीं। बच्चों ने बताया कि हमें किताबें मिल चुकी है। कलेक्टर ने फर्नीचर उपलब्धता के बारे में जानकारी ली। बच्चों से पूछा कि स्कूल के प्रथम दिन आकर कैसा लग रहा है। बच्चों से जानकारी ली कि स्कूल में पढ़ाई के अलावा आप क्या क्या करते है। बच्चों की रूचि के बारे में पूछा, किस बच्चें की किस चीज में रूचि है। इस दौरान बच्चों ने कलेक्टर श्री सिंह का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। कलेक्टर ने कहा कि सरकार बच्चों की पढ़ाई के लिए अच्छे-अच्छे प्रयास कर रही है। आधुनिक शिक्षा के लिए स्कूलों में एलईडी लगाई जा रही है। सभी बच्चें अपनी प्रतिभा को पहचाने और किस की रूचि किस क्षेत्र में हैं। उस क्षेत्र में अग्रसर हों।
कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि कोई भी व्यक्ति कुछ भी कर सकता है लेकिन उसे करना आना चाहिए उसे सीखना आना चाहिए। किसी भी चीज को सीखने के लिए उसकी जड़ तक पहुंचे। जिससे आपका नॉलेज बढ़ेगा। जिससे आप दूसरों बच्चें से अलग दिखेंगे। आप मेहनत करते हैं तो कोई भी एक्जाम क्रेक कर सकते हैं। जीवन में टेस्ट मैच की तरह सिर्फ डटे रहे, सफलता आपके कदम चुमेगी। गरीब परिवार के बच्चे भी अपनी मेहनत, लगन, ईमानदारी के दम सफलता को प्राप्त करते हैं। उन्होंने प्राचार्य और शिक्षकों को निर्देश दिए कि बच्चों को एलईडी पर प्रेरणादायी मूवी दिखाएं, जिससे उनका दिमाग क्रिऐटिव बने। उन्होंने बाल वाटिका का निरीक्षण किया।

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