सिंहएसडीएम हार्वेस्टर वालों की बैठक लेकर गेंहू काटने के लिए हार्वेस्टर के साथ स्ट्रॉरीपर अनिवार्य करें- कलेक्टर

जिले में 6 माह से लगातार 15 दिवस से कम खुलने वाले 87 आंगनवाड़ी केंद्रों की जांच के निर्देश
“जल जीवन मिशन” कार्य के तहत खोदी गई सड़कों का रिस्टोरेशन कार्य शीघ्र करें
कलेक्टर ऋतुराज सिंह की अध्यक्षता में समय-सीमा संबंधी बैठक आयोजित
देवास 25 मार्च 2025/ कलेक्टर ऋतुराज सिंह की अध्यक्षता में समय-सीमा संबंधी लंबित पत्रों के निराकरण की प्रगति तथा अंतरविभागीय समन्वय से संबंधित मामलों की समीक्षा बैठक कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में संपन्न हुई। बैठक में सीईओ जिला पंचायत हिमांशु प्रजापति, अपर कलेक्टर बिहारी सिंह, एसडीएम सोनकच्छ प्रियंका मिमरोट, एसडीएम टोंकखुर्द कन्हैयालाल तिलवारी, डिप्टी कलेक्टर संजीव सक्सेना, डिप्टी कलेक्टर अभिषेक शर्मा सहित अन्य विभागों के जिला अधिकारीगण उपस्थित थे। समय-सीमा बैठक में विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी वर्चुअल शामिल हुए।
कलेक्टर सिंह ने निर्देश दिए कि जिले में आरओआर लिंकिंग कार्य और फॉर्मर रजिस्ट्री का कार्य शीघ्र पूर्ण करें। उन्होंने राजस्व वसूली की समीक्षा कर शतप्रतिशत राजस्व वसूली के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी राजस्व अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में राजस्व वसूली कर लक्ष्य को प्राप्त करें। कलेक्टर सिंह ने जिले में लम्बित भूमि आवंटन प्रकरणों की समीक्षा कर शीघ्र भूमि आवंटन कार्यवाही के निर्देश दिये।
कलेक्टर सिंह ने “जल जीवन मिशन” कार्य के तहत खोदी गई सड़कों के रिस्टोरेशन की समीक्षा कर पीएचई और जल निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये कि रोड रिस्टोरेशन का कार्य शीघ्र पूर्ण करें।
कलेक्टर सिंह ने ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकृत श्रमिकों के सत्यापन की समीक्षा कर अधिकारियों को शत-प्रतिशत सत्यापन के निर्देश दिये। नगर निगम में 8593 असंगठित श्रमिक है। नगर निगम की पेन्डेंसी सबसे ज्यादा है। इसके कारण नगर निगम को शतप्रतिशत सत्यापन के निर्देश दिए। एनएफएसए अंतर्गत पात्र हितग्राहियों की ई-केवायसी की समीक्षा कर निर्देश दिये कि कार्य योजना बनाकर शतप्रतिशत हितग्राहियों का ई-केवायसी करें। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि ई-केवायसी कार्य के लिए पीडीएस वालों के साथ बैठक करें। कलेक्टर सिंह ने अल्पावधि फसल ऋण संबंधी जानकारी ली और ऋण वसूली की समीक्षा कर शीघ्र वसूली के निर्देश दिए।
कलेक्टर सिंह ने निर्देश दिए कि जिले में जहाँ आंगनवाड़ी केंद्र नहीं खुल रहे हैं, उन आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पर कार्यवाही करें और संबंधित सुपरवाईजर पर भी कार्यवाही करें। उन्होंने जिले में 6 माह से लगातार 15 दिवस से कम खुलने वाले 87 आंगनवाड़ी केंद्रों की जांच के निर्देश अपर कलेक्टर को दिए। उन्होंने कहा कि भौतिक सत्यापन करें, सुपरवाइजर ने निरीक्षण किया है या नहीं इसकी जांच भी करें और संबंधित सुपरवाइजर पर भी कार्यवाही करें। जिले में पोषण वाटिका के लिए चयनित स्थलों की जानकारी ली और शीघ्र टीएस बनाने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि जिले में 209 स्थान पोषण वाटिका के लिए चयनित किए गए हैं।
बैठक में कलेक्टर सिंह ने गर्भवती एवं धात्री माताओं का आधार बेस्ट फेस रिकॉग्निशन कार्य की समीक्षा कर कार्य को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। कलेक्टर सिंह ने प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना और “मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना” में हुए पंजीयनों की जानकारी ली।
कलेक्टर सिंह ने चना फसल के उपार्जन के लिए जिले में हुए पंजीयन कि समीक्षा कर कहा कि जिले में चना फसल उर्पाजन के लिए किसानों का पंजीयन बहुत कम हुआ है, दो बार पंजीयन की तिथि बढ़ने के बाद भी किसानों का पंजीयन कम है। एक भी शिकायत आती है कि किसान पंजीयन नहीं होने से चना फसल नहीं बेच पाया तो उप संचालक कृषि पर कार्यवाही की जाएगी।
कलेक्टर सिंह ने गेंहू उपार्जन की समीक्षा कर निर्देश दिये है कि गेहूं उपार्जन केन्द्रों पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। सभी उपार्जन केन्द्रों पर बारिश को देखते हुए भी आवश्यक व्यवस्थाएं की जाये। उपार्जित फसल का परिवहन समय पर करें। उपार्जन केंद्रों पर आ रही ट्रेक्टर ट्रॉली पर रेडियम लगाए। गेंहू उपार्जन की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिले में अब तक 49 हजार से अधिक पंजीयन हुए, 27 हजार 932 मीट्रिक टन गेंहू खरीदी की गई है। अभी तक 3 हजार से अधिक किसानों ने उपार्जन केंद्रों पर गेहूं विक्रय किया है। जिले में गेहूं उपार्जन के 136 उपार्जन केंद्र बनाए गए है।
कलेक्टर सिंह ने उप संचालक कृषि से जानकारी ली कि जिले में नरवाई नहीं जलाने के लिए क्या कार्यवाही की जा रही है। जिस पर उप संचालक कृषि ने बताया कि ग्रामों में संगोष्ठी का आयोजन कर किसानों को जागरूक किया जा रहा है। कलेक्टर सिंह ने सभी अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि हार्वेस्टर वालों को बुलाये और बैठक लें। गेंहू काटने के लिए हार्वेस्टर के साथ स्ट्रॉरीपर अनिवार्य करें। उन्होंने कृषि अधिकारियों को कीटनाशक और रासायनिक उर्वरकों की जांच करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर सिंह ने उप संचालक कृषि को निर्देश दिए कि जिले में जहां बारिश कम होती है, जहाँ पानी की उपलब्धता कम है तथा जहां पूर्व में सिंचाई के संसाधन नहीं है और जहाँ फसल उत्पादन क्षमता कम है, ऐसे क्षेत्रों की लिस्ट तैयार कर जिला पंचायत को दें, जिससे खेत तालाब, कुंआ आदि उस क्षेत्र में स्वीकृत किये जा सके।
कलेक्टर सिंह ने सीएम हेल्पलाइन में लम्बित शिकायतों की विभागवार समीक्षा कर विभाग के अधिकारियों को ग्रेडिंग सुधारने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शिकायतों का संतुष्टिपूर्वक निराकरण करें। अधिकारी खुद शिकायतकर्ता से बात कर शिकायत का निराकरण करें।
कलेक्टर सिंह ने सीएम मॉनिट, सीएम हॉउस, मंत्री प्रकोष्ठ के आवेदनों की समीक्षा पर समयावधि में आवेदनों की समीक्षा कर निराकरण के निर्देश दिये। कलेक्टर सिंह ने टीएल प्रकरणों की समीक्षा कर समय-सीमा में प्रकरणों का निराकरण के निर्देश दिए।
कलेक्टर सिंह ने जिले में 70 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों के लिए बनाये जा रहे आयुष्मान कार्ड की प्रगति की समीक्षा कर आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश भी दिए।
कलेक्टर सिंह ने निर्देश दिए कि जिले में नर्मदा परिक्रमा मार्ग पर परिक्रमावासी जहाँ-जहाँ रुकते है वो जगह चिन्हित कर लें। उन स्थानों पर शौचालय और रुकने का स्थान बनाने के लिए ईई आरईएस को एस्टिमेट बनाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि जिले में बिजली विभाग के झूलते हुए तारों से आग लगने की घटनाओं की जानकारी आ रही है। बिजली विभाग झूलते हुए तारों को ठीक करें। उन्होंने निर्देश दिए कि आगे से झूलते हुए तारों से आग लगने की सूचना नहीं आनी चाहिए।