देवास

बायपास पर रसूलपुर ब्रिज निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार का आरोप, कलेक्टर मौके पर जाकर करे मुआयना


सामाजिक संस्था नेशनल यूनिटी ग्रुप ने धीमी गति से हो रहे निर्माण पर भी उठाए सवाल
देवास। इंदौर बायपास स्थित रसूलपुर ब्रिज निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग के सीएमओ और पूनिया कंस्ट्रक्शन की घटिया सामग्री उपयोग में लाई जा रही है। ठेकेदार अपनी मनमर्जी से कार्य कर रहे। राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी/कर्मचारी की अनुपस्थिति में ठेकेदार मनमानी कर रहे हैं। उक्त  आरोप सामाजिक संस्था नेशनल यूनिटी ग्रुप संस्थापक अनिल सिंह ठाकुर ने लगाते हुए हुए बताया कि विगत 7 माह से अधिक समय से देवास रसूलपुर बायपास ब्रिज निर्माण कार्य चल रहा जो धीमी गति से किया जा रहा है, जिसके कारण इंदौर, देवास से प्रतिदिन अप डाउन करने वाले यात्री परेशान हो रहे है। ठेकेदार कभी सर्विस रोड आवागमन के लिए चालू कर देता है तो कभी बंद कर देता है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार ब्रिज निर्माण कार्य का टेंडर हरियाणा की पूनिया कंस्ट्रक्शन कंपनी ने ले रखा था, जो  30 प्रतिशत बिल्व पर लिया था लेकिन पुनिया कॉन्टेक्ट्स कंपनी ने उक्त कार्य ठेकेदार राजेंद्र सिंह नामक ठेकेदार को पेटी कॉन्टैक्ट पर दे रखा है। अब जा रहा है उक्त निर्माण कार्य 30 प्रतिशत कम रेट में टेंडर लेने की जानकारी मिली है। मिलीभगत से घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है, जिससे निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं।

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घटिया सामग्री का उपयोग
डामरीकरण- सर्विस रोड पर घटिया सामग्री से डामरीकरण किया जा रहा है, जिससे भारी वाहनों के गुजरने से ही जगह-जगह से डामरीकरण बैठ गया है।
बार-बार खोदाई- जेएसपी से सर्विस रोड को दो-तीन बार खोदकर बार-बार खोदा जा रहा है, जिससे यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है।
गिट्टी निकलने से दुर्घटना- सर्विस रोड पर अनेक बार गिट्टी निकलने से टू व्हीलर वाहन चालक दुर्घटना ग्रस्त हो रहे हैं।
ड्रेनेज चैंबर में मिलावट: लोहे और पीवीसी सरिए का मिश्रण- नाले पर ड्रेनेज चैंबर पर आधे हिस्से में लोहे के सरिए और आधे हिस्से में पीवीसी सरिए (प्लास्टिक) का उपयोग किया जा रहा है, जिससे भविष्य में भारी वाहनों के चढऩे से दुर्घटना होने की संभावना है।
सीएमओ की लापरवाही
शिकायत पर ध्यान नही- राष्ट्रीय राजमार्ग के सीएमओ सोमेश बिंदल को घटिया कार्य की शिकायत करने पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिससे लगता है कि ठेकेदार और विभाग के बीच सांठगांठ है।
जिला कलेक्टर से हस्तक्षेप की मांग
       मौके का मुआयना- ग्रुप ने जिला कलेक्टर से मांग की है कि वे मौके का मुआयना कर स्थिति से अवगत हों और आवश्यक कार्रवाई करें।
ठेकेदार की धीमी गति- ठेकेदार द्वारा धीमी गति से कार्य करने से यात्री परेशान हो रहे हैं और प्रतिदिन लंबे चक्का जाम में फंसने के कारण अप डाउन करना कठिन हो रहा है।
तत्कालीन कलेक्टर  गुप्ता ने लिया था एक्शन
           ब्रिज निर्माण कार्य के दौरान सर्विस रोड का निर्माण भी चल रहा था। इतना दौरान सर्विस रोड इतना ऊंचा कर दिया कि ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माणाधीन मुख्य द्वार ही दब गया था, तत्कालीन कलेक्टर ऋषभ गुप्ता ने मौके पर पहुंच कर सर्विस रोड को खुदवाया और नए सिरे से निर्माण कार्य शुरू करवाया।
अब देखना यह है कि जिला कलेक्टर ऋतुराज सिंह इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं और क्या वे निर्माण कार्य की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाते हैं। कलेक्टर से नेशनल यूनिटी ग्रुप संस्थापक अनिल सिंह ठाकुर, सुनील सिंह ठाकुर, हटेसिंह दरबार, जयसिंह ठाकुर, जितेंद्र मारू, सत्यराज सिंह ठाकुर, सीताराम योगी, अभिषेक सोनी, सुभाष वर्मा, गुडु मसाले, रवि ठाकुर, रफीक पठान सहित अनेक सदस्यों ने मांग की घटिया सामग्री उपयोग लाई जाने पर उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की है।

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