डिस्चार्ज के लिए दो दिन में एसओपी बनाये और एसओपी का सख्ती से पालन करना भी सुनिश्चित करें – कलेक्टर ऋतुराज सिंह

स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यशैली में सुधार लाने के दिये निर्देश
सीएचओ घर-घर जाकर 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी पात्र व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड बनाये
देवास जिले के शासकीय अस्पतालों में 01 अप्रैल से एमएलसी होगी ऑनलाईन, चिकित्सकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण – एसपी पुनीत गेहलोद
कलेक्टर ऋतुराज सिंह की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित
देवास कलेक्टर ऋतुराज सिंह की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित हुई। बैठक में कलेक्टर सिंह ने शिशु स्वास्थ्य एवं मातृ स्वास्थ्य सेवाओं के अंतर्गत बच्चों एवं महिलाओं का टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली सेवाओं की समीक्षा की। कलेक्टर सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग और ऑगनवाड़ी केन्द्र में दर्ज आकड़ों के अनुसार गर्भवती महिलाओं के पंजीयन का 10 दिन का अभियान चलाकर घर-घर जाकर वैरीफिकेशन करें। कलेक्टर सिंह ने जिले में स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग को कार्यशैली में सुधार लाने की आवश्यकता है। कलेक्टर सिंह ने निर्देश दिये कि प्रसव उपरांत नवजात का सम्पूर्ण चिकित्सकीय परीक्षण करने के बाद ही डिस्चार्ज करें। डिस्चार्ज के लिए दो दिन में एसओपी बनाये और एसओपी का सख्ती से पालन करना भी सुनिश्चित करें। प्रसव के बाद मेडिकल ऑफिसर बच्चों की जांच करें। कलेक्टर सिंह ने जिला अस्पताल में बर्थ वेटिंग रूम में प्रसव पूर्व हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं को भर्ती कर उचित देखभाल और प्रसव के निर्देश दियें। गर्भवती महिलाओं को शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में सम्पूर्ण सेवाएं उपलब्ध कराये। शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं नॉर्मल डिलीवरी का उचित प्रबंधन हो तथा चिकित्सक द्वारा निरन्तर मॉनिटरिंग की जाये। कलेक्टर सिंह ने समीक्षा के दौरान जिले में घर पर हुए 33 प्रसवों की जानकारी संबंधित बीएमओ से ली और घर में प्रसव क्यों हुआ इसका कारण पूछा। कलेक्टर सिंह ने निर्देश दिये कि जिन-जिन ग्रामों में घर पर प्रसव हुये है, वहां जागरूकता अभियान चलाकर नागरिकों को जागरूक करें। कलेक्टर सिंह ने प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान अंतर्गत पीएचसी उदयनगर में अमलतास के चिकित्सकों के साथ शिविर लगाने के निर्देश दिये। सोनकच्छ ब्लॉक के ग्रामों में जहां वैक्सीनेशन और पंजीयन कम है, वहां विशेष जागरूकता गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश दिये। कलेक्टर सिंह ने जिले में 70 प्लस आयु के नागरिकों के बनाये जा रहे आयुष्मान कार्ड अभियान की समीक्षा कर निर्देश दिये कि सीएचओ घर-घर जाकर 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी पात्र व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड बनाये प्रतिदिन कम से कम 10 व्यक्तियों आयुष्मान कार्ड बनाये। जिले में 70 प्लस आयु के नागरिकों के आयुष्मान कार्ड बनाने में अभी तक 34 प्रतिशत कार्य ही हुआ है, आगामी बैठक तक शतप्रतिशत कार्य पूर्ण करें। कलेक्टर सिंह ने बच्चों के जन्म एवं गर्भवती पंजीयन, टीकाकरण, एनीमिया प्रबंधन एवं संस्थागत प्रसव की सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक उपकरणों, दवाईयों सहित अन्य व्यवस्थाओं के निर्देश दिये। सीबीएमओं टोंकखुर्द डॉ माया कल्याणी द्वारा निपी कार्यक्रम अंतर्गत स्कूलों में प्रदाय की जाने वाली आयरन की गुलाबी और नीली गोली के स्टॉक और वितरण संबंधित जानकारी देने और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं की फील्ड मॉनिटरिंग नहीं करने पर सीबीएमओ को फटकार लगाई और कार्यशैली में सुधार लाने के निर्देश दिये। कलेक्टर सिंह ने कहा कि कार्यशैली में सुधार नहीं लाये तो कार्यवाही के लिए तैयार रहे। आरबीएसके अंतर्गत स्कूल में पंजीकृत बच्चों के हिसाब से गोलियों का वितरण करें, गालियां वेस्टेज नहीं होनी चाहिए, बीएमओ इसकी सख्ती से मॉनिटरिंग करें। कलेक्टर सिंह ने एचआरपी हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य प्रबंधन, एनसीडी प्रोग्राम के तहत शत-प्रतिशत एंट्री, टीकाकरण कार्यक्रम में प्रत्येक बच्चें का शत-प्रतिशत टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं की जांच, एमआर और एएफपी कैसेस की नियमित निगरानी के निर्देश सभी ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर को दिये। जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा कर बचे हुए पात्र हितग्राहियों को शीघ्र भुगतान के निर्देश दिये। कलेक्टर सिंह ने कहा कि कुपोषित बच्चो का चिन्हांकन कर एनआरसी में भर्ती करें। उपचार करने के उपरांत छुट्टी के बाद परिजनों को फोन लगाकर नियमित फॉलोअप भी लें। उन्होंने टीबी मुक्त भारत कार्यक्रम में स्वास्थ्य संस्था में आने वाले मरीजों की स्पूटम जांच करवाने और मौसमी बीमारियों के रोकथाम एवं बचाव के लिए जागरूकता गतिविधियों का आयोजन के निर्देश दिये। उन्होंने जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. रश्मि दुबे को निर्देश दिये कि नगर निगम के साथ समन्वय कर सेक्टर वार्ड में जागरूकता गतिविधियां आयोजित करने के लिए विस्तृत कार्य योजना बनाये। अंधत्व कार्यक्रम के अंतर्गत केटरेक्ट मुक्त जिला बनाने के लिए विस्तृत कार्य योजना बनाने और अभियान चलाकर स्क्रींनिग कैम्प लगाने के निर्देश नोडल अधिकारी डॉ. खरे को दिये। बैठक में एसपी पुनीत गेहलोद ने कहा कि शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में चिकित्सकों द्वारा की जाने वाली एमएलसी में चिकित्सकों का महत्वपूर्ण रोल होता है। भारतीय दण्ड संहिता से भारतीय न्याय संहिता नया कानून लागू हो चुका है। पुलिस कार्यवाही में चिकित्सकों द्वारा बनाई जाने वाली एमएलसी से पीडितों को न्याय दिलाने में अहम रोल होता है, जिले की सभी संस्थाओं में एमएलसी 01 अप्रैल से ऑनलाइन करने के संबंध में जानकारी दी गई। इसके लिए सभी चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया भी दिया जायेगा। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत हिमांशु प्रजापति, सीएसपी, सीएमएचओ, सिविल सर्जन, समस्त जिला कार्यक्रम अधिकारी, बीएमओ, विकासखण्ड कार्यक्रम अधिकारी, बीईई, लेखापाल, सुपरवाईजर सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।