ज्योति कलश यात्रा ग्राम राजोदा पहुंची

ज्योति कलश यात्रा का उद्देश्य जन-जन तक
देवत्व की भावना को जागृत करना ।
देवास / गायत्री शक्तिपीठ हरिद्वार के संस्थापक गुरुदेव श्री आचार्य श्री राम शर्मा की हरिद्वार संस्था द्वारा माता भगवती देवी शर्मा की जन्म शताब्दी वर्ष एवं परम पूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी की साधना की जन्म शताब्दी तथा गुरुदेव के साधना समय से प्रज्वलित दीपक की जन्म शताब्दी को ज्योति कलश शताब्दी के रूप में मनाया जाएगा । इसको लेकर प्रत्येक जिले के ग्रामीण आंचल तक ज्योति कलश यात्रा निकली जा रही है जिसका उद्देश्य जन-जन में देवत्व चेतना जागृत हो इसको लेकर ज्योति कलश यात्रा निकाली जा रही है इस यात्रा के माध्यम से गुरुदेव के विचारो की क्रांति अभियान के माध्यम से लोगों को अवगत कराना तथा पूर्व में जो लोग इस अभियान से जुड़े थे परंतु किसी कारण वश मार्ग से भटक गए उन्हें पुनः अभियान से जोड़ना , नवयुवकों को इस जागृति के बारे में अवगत कराना जनमानस के बीच व्याप्त बुराइयों को दूर करना, जनमानस में व्याप्त दुर्व्यशनों को दूर करने का प्रयास करना, युवा पीडि को व्यसनों से बचाना तथा हमारी बेटिया जो अज्ञानता वश मार्ग से भटक गई है उन्हें समाज की मुख्यधारा जो मर्यादा है उसका बोध करना , सनातनी संस्कृति से अवगत कराना एवं जन-जन तक इस बात को चरितार्थ करना की
“हम सुधरेंगे युग सुधरेगा, हम बदलेंगे युग बदलेगा “
को चरितार्थ करना है
गुरुदेव का सपना है मानव में देवत्व का उदय हो धरती पर स्वर्ग का अवतरण हो स्वच्छ पर्यावरण हो शिक्षा नहीं विद्या को जीवन में उतारे । कन्या कौशल शिविर का आयोजन करना ज्योति कलश का यात्रा जन्म शताब्दी वर्ष 2026 तक पूरे भारतवर्ष नहीं अपितु विश्व के सभी देशों में गुरुदेव के विचार क्रांति को जन-जन तक पहुंचना है और यह यात्रा सतत चलती रहेगी ।
इस यात्रा के दौरान यात्रा में श्री रमेश मोदी ,कन्हैयालाल आर्य , मोहनी लाल पांडे, गोपाल श्रीवास्तव ,ठाकुर कौशल सिंह ,ठाकुर अर्जुन सिंह , ठाकुर राधेश्याम मुक्ति ,ठाकुर इंदर सिंह आर्य, महेश कुमार मुक्ति, राजेंद्र चौधरी, विष्णु पांचाल देवकरण मुक्ति, आदि सनातनीय इस यात्रा में उपस्थित रहे ।