देवास

जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान” को मूर्त रूप देने के लिए सभी अधिकारी जवाबदारी के साथ काम करें- कलेक्टर  सिंह



समाधान ऑनलाइन प्रकरणों का निराकरण समय सीमा में करें

कलेक्टर  ऋतुराज सिंह की अध्यक्षता में समय-सीमा संबंधी बैठक आयोजित

         देवास 01 अप्रैल 2025/ कलेक्टर  ऋतुराज सिंह की अध्यक्षता में समय-सीमा संबंधी लंबित पत्रों के निराकरण की प्रगति तथा अंतरविभागीय समन्वय से संबंधित मामलों की समीक्षा बैठक कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में संपन्न हुई। बैठक में सीईओ जिला पंचायत  हिमांशु प्रजापति, अपर कलेक्टर  बिहारी सिंह, एसडीएम सोनकच्छ प्रियंका मिमरोट, एसडीएम टोंकखुर्द श्री कन्हैयालाल तिलवारी, डिप्टीा कलेक्टर  संजीव सक्सेमना, डिप्टीब कलेक्टर  अभिषेक शर्मा, डिप्टी कलेक्टर सुश्री रितु चौसरिया सहित अन्य विभागों के जिला अधिकारीगण उपस्थित थे। समय-सीमा बैठक में विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी वर्चुअल शामिल हुए।
     कलेक्टर  सिंह ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने-अपने विभाग की हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र हितग्राही मिलें। उन्होंने कहा कि इसके लिए जबतक हितग्राही को योजना का लाभ नहीं मिल जाएं तब तक उसका फॉलोअप लेते रहें।
कलेक्टर  सिंह ने समाधान ऑनलाइन की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने विभाग वार समीक्षा की तथा उसकी जानकारी ली। उन्होंने पूछा कि प्रकरण लंबित क्यों है, जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। सभी अधिकारी प्राथमिकता से इन प्रकरणों का निराकरण करें। समाधान ऑनलाइन में छ: माह से अधिक लंबित प्रकरण का निराकरण नहीं होने पर कलेक्टर  सिंह ने एलडीएम की कार्यशैली पर नाराजगी जताई और निर्देश दिए कि सुस्त तरीके से कार्य नहीं करें।  कार्य में गति लाएं तथा प्रकरण का शीघ्र निराकरण करें, नहीं तो कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर  सिंह ने  लंबित प्रकरणों का निराकरण न होने पर नाराजगी व्यक्त की और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि अधिकारीगण कार्यालय के बाबुओं के भरोसे नहीं बैठे, स्वयं काम की मॉनिटरिंग करें और प्रगति की रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इस दौरान समाधान ऑनलाइन प्रकरणों का‍ निराकरण नहीं होने पर संबंधित अधिकारियों को निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी प्राथमिकता से प्रकरणों का निराकरण करें। ।
कलेक्टर  सिंह ने जल गंगा संवर्धन अभियान के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने जल गंगा संवर्धन अभियान के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि तालाब, नदियों एवं अन्य जल स्त्रोतों में वाटर लेवल बढाने के लिए ठीक तरीके से कार्य करें तथा उसका वाटर लेवल कैसे बढ़े,उसकी रूपरेखा समझाई। उन्होंने बताया कि जस स्त्रोतों में जो गंदगी आ रही है, उसे रोका जाएं। तालाबों एवं नदियों की साफ-सफाई करवाई जाएं, जहां से पानी आ रही है, उसे व्यवस्थित करें, जिससे नदियों, तालाबों में पानी आ सके। उन्होंने सभी विभागों के दायित्वों की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अभियान को सफल बनाने और मूर्त रूप देने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारीगण जवाबदारी के साथ काम करें। जिससे अभियान सफल हो सके। उन्होंने कहा कि अभियान की प्रतिदिन रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने वाटर रिसोर्स विभाग को निर्देश दिए कि नहरों की साफ-सफाई करवाए। उन्होंने कहा कि रेवेन्यू विभाग जिले की नहरों की जानकारी तैयार करें। उन्होंने कहा कि जहां-जहां वाटर रिसोर्स की नहरें हैं, उन्हें चिंहित कर शासकीय नहर घोषित करें। उन्होंने वाटर रिसोर्स विभाग को निर्देश दिए कि तालाबों से अतिक्रमण हटाएं, वहां पर सघन वृक्षारोपण करें। नदियों की साफ-सफाई करवाना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर  सिंह ने सभी अनुविभागीय अधिकारीगणों को निर्देश दिए कि जल गंगा संवर्धन अभियान से जुड़े सभी विभागों से सतत जुड़े रहें तथा उनकी मॉनिटरिंग करते रहें। अमृत संचय अभियान एवं रूफ वाटर हॉर्वेस्टिंग की जानकारी ली तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए। कलेक्टर  सिंह ने उद्योग विभाग को निर्देश दिए कि सभी कंपनियों में सघन वृक्षारोपण करवाएं। उन्होंने सभी विभाग को भी निर्देश दिए कि एक जगह चयनित कर लें तथा बारिश के प्रथम दिनों में वृक्षारोपण करें तथा पेड़-पौधों की देखरेख करें।
बैठक में कलेक्टर  सिंह मोतियाबिंद अभियान की समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि दिसंबर 2025 तक सभी मोतियाबिंद रोग से ग्रसित मरीजों के ऑपरेशन कराना है। जिससे दिसंबर 2025 तक देवास जिला मोतियाबिंद मुक्त हो जाए। उन्होंने सीएमएचओ को निर्देश दिए कि इसी पूरी रूपरेखा बनाए। इस पर काम प्रारंभ कर दें।
बैठक में कलेक्टर  सिंह ने बताया कि दिनांक 01 अप्रैल 2025 से स्कूलों में नवीन सत्र प्रारंभ हो गया है। सभी शिक्षकगण और अच्छे से मेहनत करें तथा विद्यार्थियों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि आगामी परीक्षाओं शत-शतप्रतिशत परिणाम आएं। उन्होंने “मेरा स्कूल स्मार्ट स्कूल”, “कोडिंग फॉर ईवरीवन” की समीक्षा की। समीक्षा में बताया गया कि जिले के 99 प्रतिशत शालाओं में स्मार्ट टीवी पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि टीवी स्कूलों शोभा बढ़ाने के लिए नहीं हैं। इनका उपयोग करें तथा स्मार्ट टीवी के माध्यम से विद्यार्थियों को पढ़ाई तथा उन्हें नई-नई ज्ञानवर्धक जानकारियों उपलब्ध कराएं। उन्होंने निर्देश दिए जिले के 118 जनशिक्षकों को इस अभियान के अंतर्गत ट्रेनिंग प्रदान की जाए।
बैठक में कलेक्टर  सिंह ने गेहूं उपार्जन की समीक्षा की गई कलेक्टर  सिंह ने गेंहू उपार्जन की समीक्षा कर निर्देश दिये है कि गेहूं उपार्जन केन्द्रों  पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। सभी उपार्जन केन्द्रों  पर बारिश को देखते हुए भी आवश्यक व्य वस्था एं की जाये। उपार्जित फसल का परिवहन समय पर करें। उपार्जन केंद्रों पर आ रही ट्रेक्टर ट्रॉली पर रेडियम लगाए। बताया गया कि जिले में अभी तक 78 हजार से अधिक क्विंटल गेहूं की खरीदी की चुकी है। उन्होंने निर्देश कि किसानों को भुगतान पेडिंग नहीं रहे शीघ्रता शीघ्र गेहूं उपार्जन का भुगतान करना सुनिश्चित करें। चना, सरसों उपार्जन की जानकारी ली गई। उन्होंने निर्देश दिए कि पटवारियों की ड्यूटी रोटेशनवाइज लगवाएं तथा उसकी मॉनिटरिंग करें। सभी खरीदी केंद्रों पर कम से कम चार तौल कांटे होना चाहिए। खरीदी टोकन सिस्टम से हो। ताकि भीड़-भाड़ की स्थिति न बन सके। गेहूं उपार्जन का कार्य व्यवस्थित रूप से चलता रहे। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी तहसीलदार अपने-अपने क्षेत्र के उपार्जन केंद्रों का निरीक्षण करें। बैठक में बताया गया कि जिले में 3700 अधिक ट्रेक्टरों पर रेडियम लगाने का कार्य पूर्ण हो चुका है। यह कार्य अभी सतत जारी है।
      कलेक्टर  सिंह ने ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकृत श्रमिकों के सत्यावपन की समीक्षा कर अधिकारियों को शत-प्रतिशत सत्यालपन के निर्देश दिये। एनएफएसए अंतर्गत पात्र हितग्राहियों की ई-केवायसी की समीक्षा कर निर्देश दिये कि कार्य योजना बनाकर शतप्रतिशत हितग्राहियों का ई-केवायसी करें। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि ई-केवायसी कार्य के लिए पीडीएस वालों के साथ बैठक करें। कलेक्टर  सिंह ने अल्पािवधि फसल ऋण संबंधी जानकारी ली और ऋण वसूली की समीक्षा कर शीघ्र वसूली के निर्देश दिए।
     कलेक्टर सिंह ने सीएम हेल्पेलाइन में लम्बित शिकायतों की विभागवार समीक्षा कर विभाग के अधिकारियों को ग्रेडिंग सुधारने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि  शिकायतों का संतुष्टिपूर्वक निराकरण करें। अधिकारी खुद शिकायतकर्ता से बात कर शिकायत का निराकरण करें। कलेक्टर सिंह ने सीएम मॉनिट, सीएम हॉउस, मंत्री प्रकोष्ठ के आवेदनों की समीक्षा पर समयावधि में आवेदनों की समीक्षा कर निराकरण के निर्देश दिये। कलेक्टर  सिंह ने टीएल प्रकरणों की समीक्षा कर समय-सीमा में प्रकरणों का निराकरण के निर्देश दिए।

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