जिले के छ: विकासखंड में आयोजित होंगे शिविर

पशुपालन एवं पशु कल्याण जागरूकता शिविर का आयोजन किया जा रहा है आयोजन
जिले के छ: विकासखंड में आयोजित होंगे शिविर
जिला स्तरीय पशु उपचार एवं टीकाकरण शिविर तथा संगोष्ठी कार्यशालाओं का आयोजन दिनांक 13 फरवरी को शंकरगढ़ गौशाला देवास में होगा आयोजित
देवास, मध्यप्रदेश पशुपालन एवं डेयरी विभाग एवं म.प्र. गौसंवर्धन बोर्ड भोपाल द्वारा पशुपालन एवं पशु कल्याण जागरूकता माह दिनांक 14 जनवरी से 13 फरवरी तक की अवधि में प्रतिवर्ष मनाया जाता है। इसके अन्तर्गत विकासखण्ड स्तरीय एवं जिलास्तरीय उपचार एवं टीकाकरण शिविरों तथा संगोष्ठी कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है। शिविरों एवं संगोष्ठी में पशुपालकों, गौशाला संचालकों को पशुपालन एवं विभागीय योजनाओं, राष्ट्रीय पशुधन अन्तर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं तथा कार्यक्रमों पर विस्तृत चर्चा की जानकारी दी जाती है। इन शिविरों में श्रृंखला में गुरुवार को टोंकखुर्द विकासखंड के ग्राम राला मंडल में शिविर का आयोजन किया गया तथा किसानों एवं पशुपालकों को जानकारी दी गई।
उप संचालक पशुपालन एवं डेयरी विभाग डॉ. छतर सिंह चौहान ने बताया कि जिले में 06 विकासखण्ड स्तरीय तथा 01 जिला स्तरीय उपचार एवं टीकाकरण शिविर तथा संगोष्ठी कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। जिला स्तरीय उपचार एवं टीकाकरण शिविर तथा संगोष्ठी कार्यशालाओं का आयोजन दिनांक 13 फरवरी को शंकरगढ़ गौशाला देवास में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसी कड़ी में पशुपालन एवं पशु कल्याण जागरूकता अंतर्गत जिले में 06 फरवरी को टोंकखुर्द विकासखंड के ग्राम रालामंडल में विकासखण्ड स्तरीय उपचार एवं टीकाकरण शिविर तथा संगोष्ठी कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। जिसमें पशुपालकों, किसानों को शासन की योजनाओं की जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार दिनांक 07 फरवरी को सोनकच्छ विकासखंड के गाम खजुरिया कंका में, दिनांक 08 फरवरी को बागली विकासखंड के ग्राम छतरपुरा में, दिनांक 08 फरवरी को ही खातेगांव विकासखंड के ग्राम अजनास में, दिनांक 10 फरवरी को कन्नौद विकासखंड के ग्राम महुड़िया में, दिनांक 11 फरवरी को देवास विकासखंड के ग्राम सिरोल्या में उपचार एवं टीकाकरण शिविर तथा संगोष्ठी कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। शिविर प्रात: 11.00 बजे से आयोजित होगा। उपसंचालक पशु चिकित्सा ने जिले के समस्त पशुपालकों से अनुरोध किया है कि अधिक से अधिक संख्या में शिविरों में सम्मिलित होकर विभागीय योजनाओं का लाभ उठाएं।