ज़िला पुलिस द्वारा लागू की गई “जन सुनवाई

” की नवीन व्यवस्था,ज़िले के सभी एसडीओपी एवं एडिशनल एसपी रहेंगे जनसुनवाई हेतु कंट्रोल रूम में उपस्थित
जन सुनवाई की शिकायतों का होगा समयबद्ध निराकरण,थानों को 7 दिवस के भीतर अगली जन सुनवाई से पहले प्रेषित करना होंगे जाँच प्रतिवेदन ।
पुलिस अधीक्षक देवास पुनीत गेहलोद द्वारा प्रत्येक मंगलवार को ज़िला पुलिस अधीक्षक कार्यालय स्थित कंट्रोल रूम में आयोजित जन सुनवाई को अधिक प्रभावशाली और समयबद्ध बनाने हेतु कतिपय परिवर्तनों के साथ नवीन व्यवस्था निर्देशित की है ।
जिसके अंतर्गत अब प्रत्येक जन सुनवाई में ज़िले के सभी राजपत्रित अधिकारी कंट्रोल रूम में मौजूद रहेंगे । पुलिस अधीक्षक,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर),अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण),अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात), उप पुलिस अधीक्षक (महिला),उप पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय),नगर पुलिस अधीक्षक देवास एवं अनुविभागीय अधिकारी बाग़ली-कन्नौद-सोनकच्छ की उपस्थिति में प्रत्येक शिकायत कर्ता की सुनवाई की जाएगी ।
साथ ही जन सुनवाई की प्रत्येक शिकायत का निराकरण 7 दिवस में करने पर ज़ोर दिया जाएगा एवं अगली जन सुनवाई पर पूर्व आयोजित जन सुनवाई की समस्त शिकायतों का प्रतिवेदन थानो से प्राप्त कर उनकी समीक्षा की जायेगी ।
आज उक्त नवीन व्यवस्था का शुभारंभ किया गया एवं कंट्रोल रूम में पुलिस अधीक्षक सहित ज़िले के सभी आला अधिकारी की मौजूदगी में शिकायतकर्ताओं की सुनवाई कंट्रोल रूम में की गई,साथ ही समस्त थानों को निर्देशित किया गया कि आज प्राप्त सभी शिकायतों का निराकरण अगली जन सुनवाई से पहले अनिवार्य रूप से किया जाये ।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रत्येक मंगलवार को आयोजित जिला स्तरीय जन सुनवाई जन-समस्याओं के त्वरित एवं संतोषजनक निराकरण का प्रमुख साधन है । समस्त राजपत्रित अधिकारियों की उपस्थिति शिकायतों को समग्र रूप में समझने में सहायक होंगी वहीं समयबद्ध 07 दिवसीय निराकरण प्रक्रिया जनता में पुलिस के प्रति विश्वास को अभिवृद्ध करेगी ।
पुलिस कप्तान के अनुसार शिकायतों का त्वरित और संतोषजनक निराकरण नहीं होने के चलते कई गंभीर अपराध घटित होते हैं और क़ानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित होती है । इसी के चलते जनसुनवाई को प्रभावी बनाने का प्रयास किया गया है जिसमें आगामी दिनों में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होने की पूर्ण उम्मीद है।